IMD: जुलाई 2025 में मानसून ने जमकर बादल बरसाए, जिससे कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले। अब सवाल यह है कि अगस्त और सितंबर में मानसून का मिजाज कैसा रहेगा? भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपनी नवीनतम भविष्यवाणी में बताया है कि मानसून का दूसरा चरण, यानी अगस्त और सितंबर, भी बारिश से भरा होगा।
कई राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई गई है, जो खेती, जल संरक्षण और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, पूर्वोत्तर भारत और कुछ अन्य क्षेत्रों में कम बारिश की आशंका भी बनी हुई है। आइए, देश भर के मौसम का ताजा अपडेट और अगस्त के पहले सप्ताह की स्थिति को विस्तार से जानते हैं।

IMD की भविष्यवाणी: अगस्त-सितंबर में जमकर बरसेंगे बादल
IMD के अनुसार, मानसून का पहला चरण (जून-जुलाई) पूरा हो चुका है, और अब दूसरा चरण शुरू हो रहा है। अगस्त और सितंबर में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। यह बारिश खेती के लिए वरदान साबित हो सकती है, लेकिन भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश सामान्य से कम रह सकती है, लेकिन बाकी देश में मानसून पूरे जोर-शोर से सक्रिय रहेगा।
अगस्त के पहले सप्ताह में कहां होगी भारी बारिश?
अगस्त 2025 के पहले सप्ताह (2 से 7 अगस्त) में कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। आइए, प्रमुख राज्यों और शहरों के मौसम के हालात पर नजर डालते हैं:
राजस्थान: 70 साल का रिकॉर्ड टूटा
राजस्थान में जुलाई 2025 में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1956 (308 मिमी) के बाद सबसे अधिक है। धौलपुर में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बने, और सेना को राहत कार्यों के लिए बुलाना पड़ा। कोटा में बाराज बांध के गेट खोले गए, और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। अगस्त के पहले दिन भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, लेकिन 2 अगस्त को कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि, 3 और 4 अगस्त को अलवर, भरतपुर, करौली, दौसा, और धौलपुर में येलो अलर्ट जारी है। जयपुर, अजमेर, और कोटा संभाग में भी बारिश की चेतावनी है।
मध्य प्रदेश: 59% अधिक बारिश
मध्य प्रदेश में जुलाई में 59% अधिक बारिश हुई, और 28 इंच पानी बरसा। ग्वालियर समेत 10 जिलों में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से महेश्वर के गांव और मंदिर डूब गए। भोपाल सहित 15 जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है, और अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट है। अगस्त में भी भारी बारिश की उम्मीद है, खासकर मध्य और दक्षिणी जिलों में।
हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन से बिगड़े हालात
हिमाचल में भूस्खलन के कारण मंडी-मनाली नेशनल हाईवे बंद हो गया। सेंज घाटी में एक पुल टूटने से चार गांवों का संपर्क कट गया। किन्नौर में पागल नाला और रुणंग नाले में बाढ़ से NH-5 अवरुद्ध हो गया। पांच जिलों में येलो अलर्ट जारी है, और अगस्त के शुरुआती दिनों में भारी बारिश की चेतावनी है।
छत्तीसगढ़: बिजली गिरने का खतरा
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में एक पुलिया बह गई, और बेमेतरा, धमतरी समेत 10 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी है। बस्तर में इंद्रावती नदी पर चित्रकूट वाटरफॉल का जलस्तर बढ़ गया है। अगले 24 घंटों में अधिकांश जिलों में बारिश जारी रहेगी, लेकिन सेंट्रल पार्ट में चार दिन तक बारिश कम हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि इस बार मानसून लंबा रहेगा।
झारखंड: 50% अधिक बारिश
झारखंड में अब तक 50% अधिक बारिश दर्ज की गई है। 4 अगस्त तक पूरे राज्य में येलो अलर्ट है, और तेज हवाओं (30-40 किमी/घंटा) के साथ बिजली गिरने की चेतावनी है। उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है, लेकिन तापमान में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है।
पंजाब: सामान्य मौसम, फिर बारिश
पंजाब में जुलाई में 9% कम बारिश हुई, और 10 जिले रेड जोन में हैं। अगले 48 घंटों तक मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन 3-4 दिन बाद फिर से बारिश की संभावना है। पांच जिलों में अधिक बारिश दर्ज की गई।
हरियाणा: भारी बारिश का अलर्ट
हरियाणा के 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। गुरुग्राम में जलभराव से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर नहर जैसे हालात बने। महेंद्रगढ़, भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, और हिसार में अगले चार दिन भारी बारिश की चेतावनी है। यमुना नहर में एक फर्नीचर कारोबारी के लापता होने की घटना भी सामने आई।
बिहार: 13 जिलों में हाई अलर्ट
बिहार में पटना सहित 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। दानापुर में सड़कें और घरों में पानी घुस गया, और पटना एम्स के बाहर 2 फीट जलभराव हुआ। दक्षिणी बिहार (पटना, नालंदा, गया, अरवल, जहानाबाद, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय) में ऑरेंज अलर्ट, जबकि उत्तरी और पूर्वी-पश्चिमी जिलों में येलो अलर्ट है। कुल 38 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है।
उत्तराखंड: भूस्खलन से रास्ते बंद
उत्तराखंड के गोरीकुंड में भूस्खलन से केदारनाथ जाने वाली सड़कें बंद हो गईं, और यात्रा रोक दी गई। टिहरी, पौड़ी, और नैनीताल में अगस्त के शुरुआती दिनों में भारी बारिश का अलर्ट है।
उत्तर प्रदेश: गंगा का जलस्तर बढ़ा
वाराणसी में भारी बारिश के बाद गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से नमो घाट जलमग्न हो गया। कई जिलों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या देखी गई।
दिल्ली-एनसीआर: जलभराव और ट्रैफिक जाम
दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हुआ, और गाड़ियां रेंगती नजर आईं। ट्रैफिक जाम की समस्या भी बढ़ी। अगले कुछ दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
देश भर में अगले 24 घंटों का मौसम
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटों में असम, मेघालय, और अरुणाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट है, जबकि देश के अधिकांश राज्यों में येलो अलर्ट जारी है। मध्यम से भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
मानसून का असर: चुनौतियां और फायदे
भारी बारिश से जहां खेती और जल संरक्षण को लाभ होगा, वहीं बाढ़, भूस्खलन, और जलभराव जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, और हरियाणा जैसे राज्यों में बाढ़ के कारण कई गांव प्रभावित हुए हैं। हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन से सड़कें बंद हो रही हैं। छत्तीसगढ़ और झारखंड में बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है।
सावधानियां और सलाह
- बारिश के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- जलभराव वाले इलाकों में सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
- मौसम विभाग के अलर्ट पर नजर रखें और बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर रहें।
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी निर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष
अगस्त और सितंबर 2025 में मानसून की सक्रियता बनी रहेगी, और देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की उम्मीद है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, और बिहार जैसे राज्यों में बारिश का दौर जारी रहेगा, जबकि हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखें और सुरक्षित रहें।
जय हिंद, जय भारत, वंदे मातरम!